Maa Chandraghanta Shayari in Hindi | मां चंद्रघंटा की शायरी 2023

By | April 21, 2024
Maa chandraghanta Shayari

Maa Chandraghanta Shayari: मां चंद्रघंटा हिंदू देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के शुभ त्योहार के दौरान की जाती है। उन्हें बहादुरी और साहस का प्रतीक माना जाता है, और उन्हें एक शेर की सवारी करते हुए, अपनी कई भुजाओं में हथियार पकड़े हुए, और उनके माथे पर एक अर्ध-चाँद के आकार की घंटी के साथ चित्रित किया गया है।

माँ चंद्रघंटा कविता और साहित्य से भी जुड़ी हुई हैं, और उन्होंने कई कवियों और लेखकों को उनके सम्मान में सुंदर शायरी लिखने के लिए प्रेरित किया है। ये शायरियां देवी के प्रति भक्ति, प्रेम और प्रशंसा व्यक्त करती हैं, और अक्सर नवरात्रि समारोह के दौरान इनका पाठ किया जाता है।

Maa Chandra Ghanta Other Topics-

Maa Chandraghanta Wishes मां चंद्रघंटा शुभकामनाएं
Maa Chandraghanta Quotes मां चंद्रघंटा कोट्स
Maa Chandra Ghanta Pooja मां चंद्रघंटा की आरती | पूजा विधि | मंत्र

मां चंद्रघंटा की Shayari :

Maa Chandraghanta Shayari

माला से मोती तुम तोड़ा ना करो

धर्म से मुँह तुम मोड़ा ना करो

बहुत कीमती हैं जय माता का नाम

माता रानी की जय बोलना कभी छोड़ा ना करो

 

क्या पापी, क्या घमंडी

माँ के दर पर सभी शीश झुकाते हैं

मिलता है चैन तेरे दर पे मैया

झोली भरके सभी जाते हैं

 

जिंदगी की हर तमन्ना हो पूरी

आपकी कोई आरजू रहे न अधूरी

करते है हाथ जोड़कर माँ दुर्गा की विनती

आपकी हर मनोकामना हो पूरी

Maa Chandraghanta Shayari

माँ की आराधना का ये पर्व हैं

माँ के नौ रूपों की भक्ति का पर्व हैं

बिगड़े काम बनाने का पर्व हैं

भक्ति का दिया दिल में जलाने का पर्व हैं

 

सारा जहाँ है जिसकी शरण में

नमन है उस माता के चरण में

बने उस माता के चरणो की धूल

आओ मिल कर चढ़ाये श्रद्धा के फूल

 

हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई

होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई

होगी अब मन की हर मुराद पूरी

भरने सारे दुःख माता अपने द्वार आ गई

 

माता रानी वरदान ना देना हमें

बस थोडा सा प्यार देना हमें

तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा

एक बस यही आशीर्वाद देना हमें

Maa Chandraghanta Shayari

सजा हे दरबार

एक ज्योति जगमगाई है

सुना हे नवरात्रिि का त्योहार आया हैं

वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी है

 

लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार

हर्षित हुआ मैं पुलकित हुआ संसार

गरबे की मस्ती खुशियों का भंडार

मुबारक हो आपको नवरात्री का त्यौहार

 

हो जाओ तैयार, माँ अम्बे आने वाली हैं

सजा लो दरबार माँ अम्बे आने वाली हैं

तन, मन और जीवन हो जायेगा पावन

माँ के कदमो की आहट से, गूँज उठेगा आँगन

 

“चंद्रघंटा की ज्योति से नूर मिलता है, सबके दिलों को सुख और शांति मिलता है। जय मां चंद्रघंटा!”

 

“मां चंद्रघंटा की आरती उतारे, मन के अंधे को दूर भागारे। जय मां चंद्रघंटा!”

 

अन्याय से लड़ने का साहस

देने वाली मां चंद्रघंटा

तुमको नमन है

तुम मुझे शक्ति दो रूप दो और

हमारे शत्रुओं का नाश करो।

 

अर्धचंद्र मस्तक पर साजे स्वर्ण रूपसिंह पर विराजे

ध्यान तुम्हारा मन हर्षावे मां चंद्रघंटा कृपा बरसावे।

 

जब कोई भक्त सच्चे हृदय से

मां के दरबार में अपनी हाजिरी लगाता है

उसके बिगड़े काम ही तुरंत बन जाते हैं

 

मां चंद्रघंटा भक्तवत्सल हैं

यह भक्तों के कल्याण के लिए

सदैव तत्पर रहती हैं

नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।

 

अर्धचंद्र सिरमोर है अस्त्र सजी दस हस्त

होती सिंह सवार जब दानव होते पस्त।

 

अगर तुम्हें माता रानी से कुछ पाना है

तो अपने हृदय को साफ करो

कलुषित विचार मन से दूर करो

तुम्हारी मनोकामना अवश्य पूर्ण होगी।

 

इंसान जिस लक्ष्य की ओर सच्ची इमानदारी के साथ बढ़ता है

वह उसको आस्था और विश्वास की शक्ति से प्राप्त कर लेता है।

 

जब आपके पास कोई विकल्प ना हो

जीवन में कोई मार्ग नहीं दिख रहा हो

तो माता रानी के दरबार अवश्य आएं

माता अपने भक्तों का मार्ग दर्शन अवश्य करती है।

 

निर्भीकता और साहस प्रदान करने वाली देवी

मां चंद्रघंटा आप हमें सदैव ऊर्जावान रखें

हमारे घर परिवार को हर कष्ट से बचाएं।

 

माँ चंद्रघंटा देवी दुर्गा का एक शक्तिशाली और दिव्य रूप हैं, और उन्होंने कई खूबसूरत शायरियों को प्रेरित किया है जो उनके प्रति भक्ति और प्रेम व्यक्त करती हैं। नवरात्रि के दौरान इन शायरियों का पाठ करने से देवी के साथ आध्यात्मिक संबंध गहरा हो सकता है और उनके जीवन में शांति और खुशी आ सकती है। जय माँ चंद्रघंटा!

FAQs-

Q. मां चंद्रघंटा कौन हैं?

मां चंद्रघंटा हिंदू देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के शुभ त्योहार के दौरान की जाती है। उन्हें एक शेर की सवारी करते हुए, अपनी कई भुजाओं में हथियार पकड़े हुए, और उनके माथे पर एक अर्धचंद्र के आकार की घंटी के साथ चित्रित किया गया है।

Q. शायरी क्या है?

एक शायरी एक प्रकार की कविता है जो भारत में उत्पन्न हुई है, जिसमें आमतौर पर दोहे या छंद शामिल होते हैं जो भावनाओं और भावनाओं जैसे प्रेम, भक्ति और प्रशंसा को व्यक्त करते हैं।

Q. मां चंद्रघंटा शायरी का क्या महत्व है?

मां चंद्रघंटा शायरी देवी मां चंद्रघंटा के प्रति भक्ति, प्रेम और प्रशंसा व्यक्त करती है, और अक्सर नवरात्रि समारोह के दौरान इसका पाठ किया जाता है। ये शायरियां देवी की दिव्य शक्ति को उजागर करती हैं और बताती हैं कि कैसे उनका आशीर्वाद उन्हें चाहने वालों के लिए शांति और खुशी ला सकता है।

Q. क्या माँ चंद्रघंटा शायरी का पाठ नवरात्रि के बाहर किया जा सकता है?

हाँ, माँ चंद्रघंटा शायरी का पाठ किसी भी समय देवी के प्रति भक्ति और प्रेम व्यक्त करने के तरीके के रूप में किया जा सकता है। हालाँकि, इसका पाठ आमतौर पर नवरात्रि के दौरान किया जाता है, जिसे देवी की पूजा करने का सबसे शुभ समय माना जाता है।

Q. क्या कोई मां चंद्रघंटा शायरी पढ़ सकता है?

हां, देवी के प्रति अपनी भक्ति और प्रेम व्यक्त करने के लिए कोई भी मां चंद्रघंटा शायरी का पाठ कर सकता है। यह परमात्मा से जुड़ने और उनका आशीर्वाद लेने का एक तरीका है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *